दिल्ली-दिल्ली विधानसभा के होने वाले चुनाव में शाहीन बाग के तड़के ने सामाजिक आबोहवा को दूषित कर दिया है। जिम्मेदार राजनेताओं के ऐसे ऐसे गैरजिम्मेदाराना बयान सामने आ रहे हैं कि एक बारगी सोचना पड़ रहा है कि आखिर हम कहां आ गये हैं। इन बयानों में संवेदना, इंसानियत, आपसी भाईचारा, सवैधानिक दायित्व, मर्यादित व्यवहार आदि सभी की बलि दे दी गई है। तमाम विवादित बयानों के क्रम में बंगाल के भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने आगे बढ़ते हुए यहां तक कह दिया कि शाहीन बाग में बैठे प्रदर्शनकारियों ने क्या अमृत पी लिया है, आखिर ये लोग मर क्यू नहीं रहे। उधर, चुनाव आयोग ने विवादास्पद बयान देने पर राज्य वित्त मंत्री अनुराग ठाकुर व सांसद प्रवेश वर्मा को अपनी कैम्पेनर लिस्ट से बाहर करने के आदेश दे दिये हैं।
दिल्ली विधानसभा के चुनाव जैसे जैसे नजदीक आते जा रहे हैं माहौल में तल्खी बढ़ती जा रही है। मर्यादा से बाहर निकल कर मर्यादित राजनेता अपने पद की मर्यादा व पदभार संभालते हुए ली गई संविधान की शपथ को भी ताक पर रख रहे हैं। ऐसा लग रहा है कि जेएनयू व एएमयू के छात्र आंदोलन के बाद अब सारी राजनीति का केंद्र शाहीन बाग बन गया है। देश के गृहमंत्री अमित शाह व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल एक दूसरे पर निशाना साध चुके हैं। दोनों ही नेता आस्तीन चढ़ाते हुए बढ़चढ़ कर दावे व बयान दे रहे हैं। ऐसे ही एक सांसद हैं भाजपा के प्रवेश वर्मा। वह टीवी पर यह कहते सुनाई दे रहे हैं कि यदि मोदी देश का प्रधानमंत्री न हों तो शाहीन बाग के लोग घरों में घुस कर दुस्कर्म तक कर देते। इतना ही नहीं वह आगे बोलते हैं कि भाजपा की दिल्ली में सरकार आते ही दो घंटे में शाहीन बाग को खाली करा दिया जायेगा। उधर, अनुराग ठाकुर का वह बयान सुर्खियों में है जिसमें वह देश के गद्दारों को गोली मारो.....के नारे लगवाते सुने जा रहे हैं। उनके इस बयान के बाद तमाम विपक्ष उन्हें घेरने में लगा है । सभी का कहना है कि गोली मारो....जैसी भाषा एक सांसद और वित्त राज्यमंत्री को शोभा नहीं देती है। बहरहाल, चुनाव आय़ोग ने की गई शिकायतों का संज्ञान लेते हुए दोनों को ही कैम्पेनर लिस्ट से बाहर करने का आदेश भाजपा को दिया है।
इन सब के बीच ताजा मामला पश्चिम बंगाल के भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष का है। वह कह रहे हैं नोटबंदी के दौरान कहा जा रहा था कि लाइन में लगने से लोग मर रहे हैं लेकिन दिल्ली में कड़ाके की ठंड पड़ने के बावजूद शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों को कुछ हो क्यों नहीं रहा है। क्या उन्होंने अमृत पी रखा है। दरअसल दक्षिणी दिल्ली के शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ सैकड़ों महिलाएं कई दिनों से प्रदर्शन कर रही हैं। यहां करीब एक महीने से भी ज्यादा समय से प्रदर्शन चल रहा है। इस प्रदर्शन के चलते नोएडा को दिल्ली से जोड़ने वाली सड़क कालिंदी कुंज बंद पड़ी है, क्योंकि महिलाएं सड़क पर ही टेंट लगाकर प्रदर्शन कर रही हैं। ऐसे में लोगों को दूसरे मार्ग से दिल्ली या नोएडा जाना पड़ रहा है। इसके चलते लोगों को भारी जाम का सामना करना पड़ रहा है।