कमिश्नरी पर धरना देता विपक्ष
अपनों को बांटे , विपक्ष को डांटे नहीं चलेगा-विपक्ष
मेरठ- धारा 144 के दुरूपयोग व सीएए के खिलाफ कांग्रेस, समाजवादी पार्ष्ट्रीटी व राष्टीय लोकदल ने मोर्चा खोल दिया है। कमिश्नरी पर धरना देकर रालोद कार्यकर्ताओं ने राज्यपाल को संबोधित एक ज्ञापन दिया। ज्ञापन में आरोप लगाया गया है कि प्रशासन धारा 144 का खुला दुरुपयोग कर रहा है। प्रशासन सत्ता पक्ष को सभा अथवा राजनीतिक कार्यक्रम की इजाजत दे रहा है लेकिन विपक्ष को धारा 144 का हवाला देते हुए रोका जा रहा है। इस तरह सत्ता के दबाव में प्रशासन लोगों के अधिकारों का खुला हनन कर रहा है। इस पर तुंरत ही रोक लगनी चाहिये।
आज इस कड़ी में तीनों पार्टियों के कार्यकर्ता कमिश्नरी पर एकत्रित हुए और धरना दिया। उन्होंने सरकार व प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उनका कहना है कि सत्ता के दबाव में प्रशासन आमजन की आवाज को दबाने व कुचलने का काम कर रहा है। प्रशासन अब शासन के दबाव में हैं जो लोकतांत्रिक मूल्य जीवित रहने के लिये उपयुक्त नहीं है। इस मौके पर राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन दिया गया। ज्ञापन में आरोप लगाया गया है कि पिछले कुछ समय से प्रशासन धारा 144 का खुला दुरूपयोग कर रहा है। प्रशासन सत्ता पक्ष के हर कार्यक्रम के आय़ोजन की स्वीकृति दे रहा है लेकिन विपक्ष के हर कार्यक्रम को धारा 144 लगने होने का हवाला देते हुए रोक रहा है। जो लोकतंत्र का हनन है। ज्ञापन में यह आऱोप भी लगाया गया है कि सरकार मूलभूत मुद्दे मसलन, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, शिक्षा, स्वास्थ्य आदि से लोगों का ध्यान हटाकर सीएए व एनआरसी जैसे मुद्दों को हवा देने में लगी हुई है। जिस कारण हिंदू व मुस्लिम के बीच वैमनस्य की खाई और चौड़ी होती जा रही है। देश का किसान आत्महत्या करने को बाध्य है, किसानों का छह सौ करोड़ रुपये से ज्यादा का भुगतान चीनी मिलों पर बकाया है लेकिन सरकार का ध्यान इस तरफ नहीं है। आज सरकार अन्नदाता की अनदेखी कर रही है। रोजगार न मिलने से युवा अपराध की तरफ बढ़ रहा है।
प्रदर्शन में शामिल लोग हाथों में डा. भीमराव अंबेडकर, चौधरी चरण सिंह व महात्मा गांधी की फोटो व स्लोगन लिये हुए थे। इन लोगों का यह भी कहना है कि सीएए की आड़ में भाजपा की सत्ताधारी पार्टी संविधान के मूल सिद्धांत के विरुद्ध काम कर रही है, जिससे बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।