फर्स्ट बाइट इंडिया, 31 जनवरी
जामिया के बाहर खुलेआम पुलिस की भारी मौजूदगी में हुई फायरिंग की घटना ने नफरत की राजनीति को और हवा दे दी है। पुलिस ने गोली चलाने के बाद भले ही स्वयं को रामभक्त बताने वाले शख्स को गिरफ्तार कर लिया हो लेकिन आम आदमी पार्टी ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर को एक पत्र लिखकर केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर की भूमिका की जांच की मांग कर डाली है।
गुरुवार को हुई थी फायरिंग
बता दें कि गुरुवार को जामिया इलाके में जब छात्र नागरिकता संशोधन एक्ट के खिलाफ जुलूस निकालने वाले थे, तभी एक शख्स ने भीड़ से निकलकर फायरिंग कर दी थी। यह नाबालिग शख्स लगातार भारत माता की जय, दिल्ली पुलिस जिंदाबाद के नारे लगा रहा था। उसने जो फायर किया था उससे जामिया का छात्र शादाब घायल हो गया था। यह सारी घटना पुलिस की मौजूदगी में हुई और पुलिस अंतिम समय तक मूकदर्शक बन कर यह तमाशा देखती रही है, जिससे पुलिस की भूमिका पर भी सवालिया निशान लग गये हैं।
आम आदमी पार्टी ने आज अपनी चिट्ठी में लिखा है, ‘जामिया की घटना सीधे उस क्रोनोलॉजी से मैच करती है जो बीजेपी के नेता अनुराग ठाकुर ने कुछ दिन पहले नारे लगवाए थे। ऐसा लगता है कि फायरिंग करने वाले शख्स ने अनुराग ठाकुर के ‘देश के गद्दारों को..गोली मारो...’ के नारों से प्रेरित होकर यह कृत्य किया है। चिट्ठी में अपील की गई है कि दिल्ली पुलिस को इस घटना की जांच करनी चाहिए और अनुराग ठाकुर की भूमिका की जांच होनी चाहिए। इस घटना की एफआईआर में अनुराग ठाकुर का भी नाम शामिल करना चाहिए।