फर्रूखाबाद-अपने उपर दर्ज मुकदमों से तंग आकर फर्रूखाबाद निवासी सुभाष बाथम ने क्षेत्र के 23 बच्चों को बंधक बना लिया। उसका कहना था कि उसे झूठा फंसाया गया है लिहाजा अब बच्चों के रूप में क्षेत्रवासी इसका परिणाम भुगतें। करीब 11 घंटे चले इस हाईवोल्टेज ड्रामे के बाद पुलिस ने किसी तरह बच्चों को सकुशल बरामद कर लिया जबकि सुभाष बाथम पुलिस कार्रवाई में मारा गया। उसकी पत्नी ने भी जो पकड़े जाने के बाद भीड़ द्वारा पिटाई की गई थी इलाज के दौरान दम तोड़ दिया।
बताया गया है कि सुभाष ने अपनी बिटिया के जन्मदिन की बात कहकर गांव के बच्चों को घर बुलाया और घर में बने बेसमेंट में बंद कर दिया था। वहां पर उसने हथियार रखे थे। बेसमेंट में कैद होने पर जब बच्चे शोर मचाने लगे तो उसने सभी को बम से उड़ाने की धमकी दी थी। बच्चे वापस नहीं लौटे तो मासूमों के परिवारवालों ने सुभाष बाथम के घर का रुख किया। यहां जब लोग पहुंचे तो सुभाष ने उन पर फायरिंग कर दी। फिर ग्रामीणों ने आनन-फानन डायल 112 को फोन कर मामले की जानकारी दी थी।
जानकारी पर पीआरवी से मौके पर दीवान पहुंचा और उसने सुभाष बाथम से बात करने की कोशिश की, लेकिन पुलिसकर्मी पर भी शख्स ने हमला कर दिया। दीवान ने आनन-फानन में मामले की जानकारी मोहम्मदाबाद कोतवाली के इंस्पेक्टर राकेश को दी। वह भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने बात करने की कोशिश की तो सुभाष ने कहा, ‘रुको मैं तुम्हें बताता हूं। इसके बाद उसने अंदर से ही विस्फोट कर दिया। यह देख सबके होश फाख्ता हो गए।’ इस धमाके में इंस्पेक्टर और दीवान घायल हो गए। जिसके बाद पुलिस अधिकारी दलबल के साथ मौके पर पहुंचे। यहां पर गांव वालों से पता लगाया गया कि कितने बच्चे हैं। पुलिस अधिकारियों को पता चला कि 21 बच्चों को बंधक बनाया गया है। यह स्थिति पुलिस के लिए भी गंभीर बनती जा रही थी। पुलिस ने सुभाष के एक दोस्त को उससे बातचीत करने के लिए भेजा। सुभाष ने अपने दोस्त पर भी गोली चला दी। पुलिस को स्थिति बेकाबू होती नजर आई, जिसके बाद एटीएस की मदद मांगी गई। रात में लगभग 1 बजे तेज आवाजें आ रही थीं।
एटीएस के पहुंचने से पहले ही पुलिस टीम घर के अंदर दाखिल हुई। आक्रोशित ग्रामीणों ने सुभाष बाथम के घर पर पथराव शुरू कर दिया था। पुलिस टीम ने कमरे में पहुंचकर सुभाष बाथम को ढेर कर दिया। इस दौरान सुभाष की पत्नी, जो कि उस पूर्व नियोजित योजना का हिस्सा थी, वह घर से बाहर निकली तो ग्रामीणों ने उसकी पिटाई कर दी। उसने अस्पताल में दम तोड़ दिया।