देश से बाहर नहीं भागा है बदन सिंह बद्दो

 

केबिल कारोबार पर कब्जे को लेकर चल रही है पुरानी दुश्मनी

 

पुलिस अभी भी आश्वस्त है कि ढाई लाख रुपये का ईनामी कुख्यात बदन सिंह बद्दो अभी भी मुल्क में ही कहीं छिपा हुआ है वह विदेश नहीं भागा है। पुलिस का साफ  कहना है कि उसके खिलाफ चूंकि  लुकआउट नोटिस जारी है लिहाजा विदेश भागने का सवाल पैदा नहीं होता। बदन सिंह  बद्दों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी हो इसके लिये विशेष टीमें लगाई गई हैं। करीब एक साल पूर्व बदन सिंह बद्दो जिस तरह से पुलिस की ही मिलीभगत से फरार हुआ था उससे जरूर एक बारगी सनसनी फैल गई थी लेकिन अब एक साल बाद फेसबुक पर उसके एकांउट से जो बाते की गई हैं उसने पुलिस अफसरों के बीच ही तमाम चर्चाओं के साथ खलबली मच गई है। यह पोस्ट नीदरलैंड की  बताते हुए डाली गई है लेकिन पुलिस का भी मानना है कि बद्दो इतना बेवकूफ भी नहीं है कि वह खुद अपने लिये जाल फैलायेगा।



एक साल बाद भी पुलिस सुराग नहीं लगा पाई बदन का


        जिस तरह करीब एक साल पहले बदन सिंह बद्दो फरार हुआ था वह भी कम रोचक नहीं हैं। मेरठ शहर में प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी की सभा चल रही थी और शहर के चप्पे चप्पे पर पुलिस तैनात थी। इस बीच, बदन सिंह फतेहगढ़ सेंट्रल जेल से गाजियाबाद पेशी पर लाया गया लेकिन रास्ते में कही भी मेरठ नहीं है लेकिन उसे जानबूझ कर पुलिस मेरठ लाई। यहां मुकुट महल होटल में सभी पुलिस कर्मियों ने जमकर दवात उडाई और खूब शराब पी। उत्तर प्रदेश की जाबांज पुलिस जब नशे में धुत्त हो गई और बेसुध होकर एक तरफ लुढ़क गई तो बदन सिंह बद्दो टहलता हुआ फरार हो गया। प्रधानमंत्री की सभा डेढ़ दो घंटे चली और इस दौरान चप्पे चप्पे पर पुलिस सुरक्षा की ऐसी व्यवस्था करने का दावा करती रही कि अब कोई परिंदा भी पर नहीं मार पायेगा, बदन सिंह बद्दो फिल्म शोले का यह डायलाग मारता हुआ फरार हो गया कि बदन सिंह बकरी का बच्चा थोड़े हैं जो झट से दौडे और फट से पकड़ लिया। एक साल हो गया लेकिन बदन का पुलिस कोई सुराग नहीं लगा पायी। बद्दो को फरार कराने के मामले में छह पुलिस कर्मियों पर निलंबन की कार्रवाई हुई। उसके करीबी अनिल छाबड़ा उर्फ जिम्मी को क्लीनचिट मिल चुकी है जबकि ट्रांसपोर्टर डिपिन सूरी, व्यापारी नेता लल्लू मक्कड़, सोनू सहगल, होटल मालिक मुकेश गुप्ता, शिशुपाल जेल से जमानत पर छूट चुके हैं, पपीत बढ़ला अभी जेल में है। बदन सिंह की इस फरारी ने कई सफेदपोशों व पुलिस अफसरों की पेशानी पर बल डाल दिये थे। इन सभी ने अपनी व्यक्तिगत सुरक्षा और बढ़ा दी है। केबल कारोबारी रोमी शिवा से बदन सिंह की अदावत किसी से छिपी नहीं हैं। केबिल व्यवसाय पर कब्जे को लेकर छिड़ी जंग में रोमी द्वारा संचालित गैलक्सी के महाप्रबंधक की गोली मार कर हत्या कर दी गई थी। 

 

करोड़ों की कमाई के चलते चर्चा में रहता है केबिल कारोबार

 

     अब बदन सिंह बद्दो के फेसबुक एकाउंट पर मंगलवार को जो पोस्ट डाली गई है उसने शांत तालाब में जैसे पत्थर मार दिया है। यह पोस्ट बदन ने डाली है अथवा किसी अन्य ने यह तो जांच के बाद भी पता चलेगा। बदन ने अपने प्रोफाइल पर14 जुलाई 2017 को भी यह कार्टून पोस्ट किया था। इसमें एक बेटा पूछ  रहा कि पिताजी मैं सोच रहा हूं कि संगठित अपराध में अपना कैरियर बना लूं, जिस पर पिताजी पूछ रहे हैं कि सरकारी या गैर सरकारी ? इस पुरानी पोस्ट को ही नये सीरे से डाला गया है। इसमें प्रदेश के पूर्व डीजीपी ब्रजलाल व रोमी शिवा के बीच कारोबारी रिश्ते बताये गये हैं। कहा गया है कि सीडी किराये पर चलाने वाला रोमी अब ब्रजलाल के साथ करोड़ो का मालिक है। आरोप लगाया गया है कि पूर्व डीजीपी के केबिल कारोबार को अब रोमी संभाल रहा है। इस पोस्ट में लगाये गये सभी आरोपों से रोमी व ब्रजलाल ने पल्ला झाड़ा है। आज इस  बारे में मेरठ एसएसपी अजय साहनी ने जानकारी दी हैं।