बेहद चर्चित निर्भया रेप कांड के चारों दोषियों को कल सुबह फांसी पर नहीं लटकाया जायेगा। पटियाला हाउस कोर्ट ने अगले आदेश तक इस फांसी पर रोक लगाई है। यानी हाल फिलहाल में दोषियों को फांसी पर नहीं लटाये जाने वाला नहीं हैं। यह दूसरी बार है जब दोषियों की फांसी की सजा टाली गई है। इससे पहले 22 जनवरी को फांसी देने की तारीख मुकर्रर की गई थी। यह भी माना जा रहा था कि एक फरवरी को फांसी दे दी जायेगी और इसके लिये मेरठ से जल्लाद पवन भी दिल्ली तिहाड़ जेल पहुंच गया था लेकिन अंतिम समय में इस पर रोक लगा दी गई।
दरअसल, निर्भया के दोषियों ने अपनी फांसी की सजा को टलवाने के लिये हर संभव कानूनी विकल्पों का इस्तेमाल किया है। आऱोपी विनय ने फांसी पर रोक लगाने की मांग की थी। पटियाला हाउस कोर्ट में गुरुवार को विनय की ओर से दाखिल याचिका में राष्ट्रपति के पास दया याचिका लंबित होने के आधार पर फांसी पर रोक लगाने की अपील की गई थी। वहीं, मामले में एक और दोषी पवन के नाबालिग होने को लेकर सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दाखिल की गई थी। पवन की इस याचिका को कोर्ट ने खारिज कर दिया था। सुनवाई के दौरान वकील वृंदा ग्रोवर ने कहा कि नियमतः किसी भी एक मामले में दोषियों को अलग-अलग फांसी नहीं दी सकती, जब तक कि सभी दोषियों की सभी याचिकाओं का निपटारा न हो जाए। उन्होंने 1981 के उस मामले का भी जिक्र किया, जिसमें तीन लोगों को फांसी की सजा दी गई थी। दो लोगों ने दया याचिका लगाई थी, जिस पर उनको राष्ट्रपति ने माफ कर दिया था। लेकिन एक दोषी ने राष्ट्रपति के पास दया याचिका नहीं लगाई और उसे फांसी दे दी गई. एक ही मामले में एक को फांसी हुई. इसलिए उसके बाद से सुप्रीम कोर्ट ने साफ किया किसी एक मामले में फांसी सभी दोषियों को एक साथ दी जाएगी।
निर्भया की वकील सीमा ने कहा कि सभी दोषियों ने इस मामले को लंबा खींचने का लगातार सालों से कोशिश की है और अभी भी वहीं कर रहे है. इन लोगों ने कोई याचिका नहीं लगाई जब तक पटियाला हाउस कोर्ट ने इस मामले में डेथ वारंट जारी नहीं कर दिया। बता दें कि मौत की सजा पाए दोषी विनय ने बुधवार को यह दया याचिका लगाई थी. कोर्ट में सुनवाई के दौरान तिहाड़ जेल की तरफ से यह बताया गया कि विनय ने दया याचिका दाखिल की है और उसकी दया याचिका राष्ट्रपति के पास लंबित है। कोर्ट ने विनय की दया याचिका पर तिहाड़ प्रशासन से रिपोर्ट मांगी है। इससे पहले चारों दोषियों को सजा देने के लिए पटियाला हाउस कोर्ट दो बार डेथ वारंट जारी कर चुका है। पहले डेथ वारंट को भी कुछ अर्जियों का निपटारा न होने के चलते कोर्ट को स्थगित करना पड़ा था। अब एक बार फिर ऐसा ही हुआ है।
इस बीच, मेरठ से जल्लाद पवन तिहाड़ जेल पहुंच गया है। वहां उसने आज संबंधित तैयारियों को अमली जामा पहनाना शुरू कर दिया था लेकिन फिर उसे निराशा हाथ लगी है।