झूठा जानलेवा मुकदमा दर्ज करा वादी को जेल भेजा
क्या पुलिस का विवेक खत्म हो गया है या फिर वह राजनीतिक दबाव में आकर किसी को भी जेल की हवा खिला सकती है ये वो सवाल हैं जो आज एक फल विक्रेता को जानलेवा हमले के आरोप में जेल भेजे जाने संबंधी प्रकरण में सामने आये हैं। तीस हजार रूपये के बदले दौराला सीएचसी में मारपीट के फर्जी निशान बनवा कर जिस शख्स की फर्जी रिपोर्ट पर इस फल विक्रेता को जेल भेजा गया है उसने आज खुद प्रेस के सामने आकर बता दिया कि यह सारा खेल पुलिस ने कुछ लोगों की मिलीभगत से अंजाम तक पहुंचाया है। सपा नेता अतुल प्रधान ने इस शख्स को आज प्रेस के सामने पेश करते हुए कहा कि भाजपा विधायक संगीत सोम के दबाव में पुलिस झूठे मुकदमें दर्ज कर अपने व्यक्तिगत व राजनीतिक स्वार्थ सिद्ध करने में लगे हैं।
विधायक के पिता से चल रहा है पुराना विवाद
आइये पहले जानते हैं इस प्रकरण की शुरूआत कहां से और कब हुई। दरअसल, 2015 में भाजपा विधायक संगीत सोम के पिता ओमवीर सिंह के भट्टे पर गांव रार्धना निवासी धर्मेंद्र लेबर ठेकेदार था। पैसे को लेकर विवाद हुआ और मामला यहां तक जा पहुंचा कि धर्मेंद्र ने भट्टा मालिक ओमवीर सिंह व मुंशी धर्मपाल पर बंधक बनाकर नाखून आदि खींचने का आरोप लगाते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई थी। हालात यहां तक आ गये कि विधायक के पिता को सरेंडर करना पड़ा था जबकि तत्कालीन सीओ को निलंबित करते हुए शासन को पुलिस कप्तान का स्थानान्तरण करना पड़ा था। यह प्रकरण अभी कोर्ट में विचाराधीन है, इसी बीच,15जनवरी को सलावा निवासी पंकज ने आरोप लगाया कि धर्मेंद्र अपने अपने साथी सोनू व रविंद्र के साथ उस पर जानलेवा हमला किया है। बतौर सबूत दौराला सीएचसी की वह रिपोर्ट दिखाई जिसमें पंकज को गंभीर चोटे आना बताया गया था। पुलिस ने आननफानन में धर्मेंद्र को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
आज सपा नेता अतुल प्रधान ने पंकज को प्रेस के सामने पेश कर दिया। पंकज ने बताया कि वह लुधियाना भट्टे पर काम कर रहा था, तभी सलावा के यशपाल व मुकेश आये और उसे सीएचसी ले गये। जहां डाक्टर ने नशे का इंजेक्शन लगाकर उसका कान काट लिया और सिर में कटे के निशान बना दिये। साथ ही अस्पताल में ही पुलिस को बुलाकर धर्मेद्र पर आरोप लगाते हए रिपोर्ट दर्ज करा दी। जिस पर पुलिस ने धर्मेद्र को जेल भेज दिया। पंकज ने बताया कि दरअसल, मुकेश ब्याज पर पैसा देता है। पंकज पर उसका 30 हजार रुपया बकाया था, बदले में इस रकम को माफ करने की बात कही गयी थी लेकिन ऐसा हुआ नहीं।
विधायक संगीत सोम पर सत्ता के दुरूपयोग का आरोप
सपा नेता अतुल प्रधान ने आज इस सारे प्रकरण को लेकर पुलिस को कटघरे में खड़ा करने का प्रयास किया। अतुल ने कहा कि असली तथ्यों को छिपाते हुए आजकल निर्दोष लोगों को झूठे मुकदमे में फंसाया जा रहा है। जब यह पता चल गया कि धर्मेंद्र को झूठा फसाया गया है तो उसे अभी तक रिहा क्यों नहीं कराया गया है। अतुल का कहना है कि अब पंकज़ की जान को भी खतरा है। उधर, इस बारे में भाजपा विधायक संगीत सोम का कहना रहा है कि उन्हें बिना वजह इस विवाद में लपेटा जा रहा है, उनका इस प्रकरण से कुछ लेना देना नही है।